रक्तदान करते हुए डॉ पुष्पराज पटेल ने कहा रक्तदान महादान है, विपत्ति की घड़ी में इसी ब्लड से लोगों की जान बचाई जाती है, रक्तदान करने से खून की कमी नहीं होती, इसके अलावा अगर रक्त संबंधी कोई बीमारी भी होती है तो वह पता चल जाती है, एक स्वस्थ्य व्यक्ति साल में चार बार या हर 3 महीने के अंतराल के बाद रक्तदान कर सकता है, रक्तदान से हृदय रोग के खतरे को कम किया जा सकता है, खून में आयरन की अधिक मात्रा को जमा होने से रोकने के लिए रक्तदान बहुत ही उपयुक्त उपाय है, खून में हाई आयरन के जमा होने से ब्लड कैंसर का खतरा बढ़ जाता है, रक्तदान के कई सारे स्वास्थ्य लाभ हैं, लेकिन सबसे बड़ा लाभ मनोवैज्ञानिक लाभ है, उन्होंने बताया कि एक यूनिट में 350 मिलीग्राम खून लिया जाता है, जिसकी कमी शरीर में 24 घंटे में पूरी हो जाती है, रक्तदान शिविर के दौरान डॉक्टर छवी द्विवेदी, डॉक्टर अखिलेश पटेल, डॉक्टर अमिता जैन, डॉक्टर गिरीश शिवहरे, डॉक्टर संजय पटेल, अंकित चौधरी, हेमंत बडग़ैया, सुरेंद्र पटले आदि ने ब्लड डोनेशन कैम्प में सहयोग प्रदान किया, देखते रहिए हमारा इंडिया न्यूज चैनल
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