हमारा इंडिया न्यूज (हर पल- हर खबर) मध्यप्रदेश/जबलपुर।एक पिता रामदास अपने बेटे जितेन्द्र की तबियत अचानक खराब हो जाने की वजह से मृत हो जाने से उसके अंतिम संस्कार तक का उसके पास कोई इंतजाम नहीं था, क्योंकि पिता-पुत्र दोनों पन्नी व कचरा बीनकर अपना खुद का लालन-पालन करते थे और खुले आसमान के नीचे सोया करते थे, यह घटना विक्टोरिय अस्पताल में घटित हुई, फिर इस संबंध की जानकारी जैसे ही गरीब नवाज कमेटी के इनायत अली को लगी तो वह एक पिता का सहारा बनने का काम किया और मृतक बेटे का अंतिम संस्कार करवाया।
इस संबंध में गरीब नवाज कमेटी के इनायत अली ने बताया कि वह अजमेर शरीफ से ख्वाजा गरीब नवाज के दर अपनी अर्जी लगाकर ही लौट रहे थे, तभी वह ट्रेन में थे और उन्हें जिला अस्पताल के ऑकास्मिक चिकित्सा कक्ष से फोन आया कि एक पिता राम दास अपने 26 वर्षीय मृत बेटे जितेन्द्र के अंतिम संस्कार करने में अस्मर्थ है, जिसकी वजह से वह अपने मृत बेटे जितेन्द्र का अंतिम संस्कार नहीं कर पा रहा है, जिसके बाद इनायत अली अजमेर शरीफ से आते ही पहले अपने घर नहीं गए और मृतक का अंतिम संस्कार करने के लिए विक्टोरिया अस्पताल पहुंच गए और पिता से रानीताल मुक्तिधाम में बेटे जितेन्द्र का अंतिम संस्कार करवाया।
गरीबी आई आड़े, सहारा बने इनायत
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इस प्रकार से गरीब नवाज कमेटी के इनायत अली ने समाज के सामने कौमी एकता का संदेश भी दिया है और एक लाचार बेबस पिता जो अपनी गरीब के कारण मृत बेटे का अंतिम संस्कार नहीं कर पा रहा था, जिसके बाद उन्होंने मृतक का अंतिम संस्कार करवाया। इस संबंध में आगे इनायत अली ने बताया कि रामदास कचरा बीनने का काम करते हैं और वह खुले आसमान के नीचे ही रहते हैं और साथ में उनका बेटा भी उनके साथ कचरा बीना करता था। अंतिम संस्कार के दौरान बच्चू नानकानी, दीपक निगम, मो करीम, आबिद बाबा, मो इकबाल आदि ने सहयोग किया।
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