हमारा इंडिया न्यूज (हर पल हर खबर) मध्यप्रदेश।कलेक्टर श्री संदीप जी आर के निर्देशन में छतरपुर जिले को कुपोषण मुक्त बनाने के लिए पोषण अभियान के तहत विशेष पहल की जा रही है। इसके तहत जिले में अति गंभीर कुपोषित एवं कुपोषित बच्चे हैं उनका चिंहान्कन करते हुए उनकी 12 हफ्ते एक विशेष प्रोटोकॉल के तहत देखभाल की जाती है। जिसके तहत हर हफ्ते मैदानी टीम द्वारा उनके घरों पर विजिट करते हुए शुरूआत के दिनों में 5 दिनों की दवा दी जाकर अतिरिक्त पोषण आहार दिया जाता है और माता-पिता को समझाइस दी जाती है। जो बच्चें घर या आंगनवाड़ी स्तर पर ठीक नहीं होते हैं उनको एनआरसी में भर्ती कर ईलाज व विशेष देखरेख में उन्हें स्वस्थ्य किया जाता है। आंगनवाड़ियों में पोषण बाटिकाओं का आयोजन किया जाता है। जिससे भोजन के अलावा जो भी सूक्ष्म पोषण होते है की परिवारजनों को जानकारी मिल सके जिससे वह पोषणयुक्त रहे। इसमें समाज भी भागीदारी निभाता है। जिले में पिछले 3 माह के भीतर 60 प्रतिशत से अधिक बच्चें कुपोषण से बाहर आ चुके हैं।
ऐसी ही एक कहानी है नन्ही बच्ची खुशी अनुरागी की जो राजनगर के शहरी क्षेत्र आंगनवाड़ी केंद्र क्रमांक 2 की निवासी हैं। खुशी की मां श्रीमती सावित्री अनुरागी व पिता श्री लखन अनुरागी ने बताया कि खुशी उनकी पहली पुत्री है और वह जिले से बाहर रहकर मजदूरी करके जीवन यापन करते है तथा बारिश के मौसम में 3 या 4 माह के लिए अपने घर राजनगर आते है। उन्होंने बताया कि खुशी का जन्म मार्च 2021 को हुआ था और बच्ची जन्म से ही कमजोर थी। इसके बाद वह बाहर चले गए पर 4 महीने बाद खुशी अति कुपोषित स्थिति में पहुंच गई। तब वह अपने घर राजनगर आए और यहां आगनवाड़ी कार्यकर्ता एवं पर्वेक्षक के द्वारा समझाइस दी गयी एवं 10 अगस्त 2021 में ही राजनगर के पोषण पुनर्वास केंद्र में खुशी को भर्ती करवाया गया। परियोजना अधिकारी रजनी शुक्ला ने बताया कि भर्ती के समय बच्ची का वजन 3 किलो 200 ग्राम था। एनआरसी में भर्ती होने से बच्ची के स्वास्थ्य में सुधार हुआ है और उसका वजन 5 किलो हो गया, परंतु अधिक सुधार नहीं होने पर उसे जिला चिकित्सालय के एनआरसी में भर्ती कराया गया और बच्ची का विशेष ईलाज, देखभाल के कारण खुशी ने कुपोषण को हराया है और खुशी आज खुशी से खेल रही है। खुशी के माता-पिता ने शासन प्रशासन और महिला एवं बाल विकास तथा स्वास्थ्य विभाग की टीम का धन्यवाद ज्ञापित किया है। पर्वेक्षक सुल्ताना खातून ने बताया कि बच्ची के घर टेकहोम पोषण सामग्री प्रदान की जा रही है और उसके वजन में अब अपेछित वृद्धि हो रही है।
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