बड़ी खबर: अब जबलपुर के इन अस्पतालों पर गिरी गाज, कलेक्टर आए एक्शन के मूड़ में, देखिए जबलपुर के लिए यह खबर - India2day news

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बुधवार, 3 अगस्त 2022

बड़ी खबर: अब जबलपुर के इन अस्पतालों पर गिरी गाज, कलेक्टर आए एक्शन के मूड़ में, देखिए जबलपुर के लिए यह खबर

हमारा इंडिया न्यूज (हर पल - हर खबर) मध्यप्रदेश/जबलपुर।कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में निजी अस्पतालों एवं नर्सिंग होम संचालकों से अपने संस्थानों में सुरक्षा के सभी इंतजामों को सुनिश्चित करने तथा नियमित अंतराल से फ ायर सेफ्टी ड्रिल आयोजित करने एवं फ ायर सेफ्टी आडिट कराने के निर्देश दिये गये हैं। बैठक में अस्पताल संचालकों से कहा गया कि वे फायर अलार्म सिस्टम को दुरुस्त रखेंए अग्निशमन यंत्रों तथा इलेक्ट्रिकल मशीनरी के उपकरणों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देंए अपने स्टॉफ को अग्निशमन यंत्रों के इस्तेमाल की तथा राहत एवं बचाव कार्य का अनिवार्यत: प्रशिक्षण भी दें।


कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई इस बैठक में मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ जीतेन्द्र जामदार, नगर निगम आयुक्त आशीष वशिष्ठ, जिला पंचायत की सीईओ सलोनी सिडाना, अपर कलेक्टर शेर सिंह मीणा, सयुंक्त संचालक स्वास्थ्य डॉ संजय मिश्रा, डॉ राजेश धीरावाणी, सौरभ बड़ेरिया तथा सभी निजी अस्पतालों के संचालक एवं प्रबंधक मौजूद थे। बैठक के प्रारम्भ में न्यू लाईफ  मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में हुई अग्निदुर्घटना में मृत व्यक्तियों को दो मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि दी गई।

प्रशासन सजग, दोबारा नहीं होगी ऐसी घटना
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कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी ने बैठक में कहा कि न्यू लाईफ  मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल जैसी घटनाएं दुबारा न हो इसके लिये प्रशासन पूरी तरह सजग है। उन्होंने कहा कि मरीजों की सुरक्षा से किसी भी तरह का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा। निजी अस्पतालों को पंजीयन अथवा पंजीयन के नवीनीकरण के लिये सभी औपचारिकताओं एवं मापदंडों को पूरा करना होगा, ऐसे जो अस्पताल औपचारिकतायें पूरी नहीं करेंगे उनका पंजीयन निरस्त कर दिया जायेगा।

अस्पतालों के विरुद्ध होगी कार्यवाही
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कलेक्टर ने बैठक में कहा कि ऐसे निजी अस्पताल जिनके पास फ ायर एनओसी नहीं है उनके विरुद्ध कार्यवाही की जायेगी। ऐसे अस्पताल नये मरीज भर्ती नहीं कर सकेंगे। डॉ इलैयाराजा ने कहा कि मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा विशेषज्ञ चिकित्सकों को निजी अस्पतालों के निरीक्षण के लिये नियुक्त किया गया है। निरीक्षण के दौरान बताई गई कमियों को भी निजी अस्पतालों को दूर करना होगा अन्यथा संबंधित अस्पताल का पंजीयन निरस्त किया जाएगा।

अस्पतालों को कराना होगा इलेक्ट्रिकल सेफ्टी आडिट
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कलेक्टर ने बैठक में ट्रेनिंग, ड्रिल एवं कैपेसिटी बिल्डिंग पर जोर देते हुये कहा कि अस्पताल संचालकों को अग्निशमन यंत्रों व इलेक्ट्रिकल मशीनरी की गुणवत्ता के साथ.साथ तय समय पर फ ायर सेफ्टी आडिट एवं इलेक्ट्रिकल सेफ्टी आडिट भी कराना होगा। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में नि


यमित अन्तराल पर न केवल फ ायर ड्रिल का आयोजन हो बल्कि इस दौरान पाई गई कमियों को दूर करने के उपाय भी किये जायें। कलेक्टर ने कहा कि स्टाफ की ट्रेनिंग और लगातार अभ्यास से दुर्घटनाओं के समय राहत एवं बचाव कार्य बेहतर तरीके से संचालित किये जा सकेंगे।

फायर प्लान के जांच करने के दिए गए निर्देश
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कलेक्टर ने बैठक में प्रोविजनल फ ायर एनओसी की अवधि समाप्त होने के बाद टेम्परेरी फ ायर एनओसी के लिये आवेदन करने वाले अस्पतालों के फ ायर प्लान की जांच करने के निर्देश नगर निगम के फ ायर सेफ्टी अधिकारी को दिये हैं। उन्होंने कहा कि फ ायर प्लान की जाँच में पाई गई कमियों को दूर करने के बाद ही अस्पतालों को फ ायर एनओसी जारी की जाये। यदि कमियों को दूर नहीं किया जाता है तो ऐसे अस्पतालों का पंजीयन निरस्त करने की कार्यवाही हो।

जांच मिली कमियों को शीघ्र करना होगा दूर
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डॉ इलैयाराजा ने कहा कि विशेषज्ञ चिकित्सकों से कराई जा रही जांच में मिली कमियों को अस्पतालों को दूर करने कहा जायेगा। इसके अलावा भी स्वास्थ्यए राजस्व पुलिसए नगर निगम एवं विद्युत सुरक्षा विभाग की सयुंक्त टीम बनाई जायेगी जो निजी अस्पतालों का निरीक्षण करेगी और पंजीयन के लिये सभी जरूरी मापदंडों एवं अनुमतियों का परीक्षण करेगी।

सुरक्षा के लिए तैयार कराई जाएगी पुस्तिका
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कलेक्टर ने बैठक में बताया कि निजी अस्पतालों के पंजीयन के मापदंडों, मरीजों की सुरक्षा के लिहाज से बरती जाने वाली सावधानियों तथा इस दिशा और क्या बेहतर किया जा सकता है इसके बारे में एक पुस्तिका तैयार की जायेगी। इसमें बेस्ट प्रेक्टिसेस को भी शामिल किया जायेगा और इसे अस्पताल संचालकों को दिया जायेगा। कलेक्टर ने कहा कि जबलपुर में भी कुछ अस्पताल ऐसे हैं जहां बेस्ट प्रेक्टिस अपनाई जा रही है। दूसरे अस्पताल संचालकों को भी इन अस्पतालों का भ्रमण कराया जायेगा।

सदस्यता समाप्त करने की करनी होगी कार्यवाही
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बैठक में कलेक्टर ने कहा कि मरीजों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने वाले निजी अस्पतालों के विरुद्ध प्रशासन अपनी ओर से सख्त कार्यवाही करेगा हीए लेकिन निजी नर्सिंग होम एसोसिएशन और आईएमए को भी ऐसे अस्पतालों पर कार्यवाही करनी चाहिये। उन्होंने कहा कि न्यू लाई फ मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल में हुई दुर्घटना को देखते हुये नर्सिंग होम एसोसिएशन एवं आईएमए को ऐसे अस्पतालों की सदस्यता को समाप्त करने की कार्यवाही करनी होगी।

अस्पताल स्टॉफ को हासिल करना होगा प्रशिक्षण
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बैठक में अस्पतालों में आग से सुरक्षा तथा राहत एवं बचाव के उपायों की जानकारी एनडीआरएफ टीम द्वारा पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से दी गई। एनडीआरएफ टीम ने अस्पताल संचालकों को अग्निशमन यंत्रों के इस्तेमाल के तौर तरीके बताये। अस्पताल के स्टॉफ  को इसका विधिवत प्रशिक्षण देने पर जोर दिया। अग्निशमन यंत्रों के रखरखाव पर ध्यान दिये जाने की जरूरत बताई गई तथा नियमित रूप से मॉक ड्रिल आयोजित करने पर जोर दिया गया।

एनओसी प्राप्त करना होगा जरूरी
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नगर निगम के फ ायर सेफ्टी अधिकारी ने फ ायर एन ओ सी प्राप्त करने और इसके लिये जरूरी औपचारिक्ताओं की तथा प्रोविजनल, टेम्परेरी एवं परमानेंट फ ायर एनओसी के प्रावधानों की जानकारी दी। बैठक में बिल्डिंग कम्प्लीशन सर्टिफि केट, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की एनओसी के मुद्दे पर भी चर्चा की गई। विद्युत सुरक्षा विभाग की ओर से भी अस्पतालों में विद्युत भार के अनुरूप बिजली के तारों का उपयोग, वायरिंग एवं विद्युत उपकरणों की सुरक्षा, अर्थिंग तथा विद्युत उपकरणों के मेंटेनेंस आदि पर भी जोर दिया गया।  बैठक में अस्पताल संचालकों की ओर से न्यू लाईफ मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल जैसी दुर्घटना को रोकने प्रशासन को हर सम्भव सहयोग का आश्वासन दिया। अस्पताल संचालकों ने इस बारे में कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये।

जिम्मेदार सभी अधिकारियों के विरुद्ध की जाए कार्यवाही
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सामाजिक सेवा संस्थान सुभद्रा मेमोरियल वेलफेयर फ ाउंडेशन हेमंत पटेल ने सभी संबंधित विभाग व अधिकारियों को पत्र लिखकर न्यू लाइफ  मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल के प्रबंधक डायरेक्टर के अतिरिक्त संबंधित अन्य विभागों के दोषी शासकीय अधिकारियों पर धारा 304 के तहत मुकदमा दर्ज करने बाबत तथा उपरोक्त मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। वहीं उन्होंने अस्पताल के संचालकों के द्वारा सरकारी अधिकारियों से मिलीभगत कर लगातार नियम विरुद्ध अस्पताल संचालित कर रहे थे तथा संबंधित समस्त विभाग के जिम्मेदार आर्थिक लाभ के लिए अनेक लोगों की जान में जोखिम डालते हुए उपरोक्त अस्पताल को संचालन की स्वीकृति देकर रखे हुए थे, ऐसे सभी अधिकारियों के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए।

मामला दर्ज कर की जा रही है जांच
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नगर पुलिस अधीक्षक गढ़ा तुषार सिंह ने बताया कि 1 अगस्त को न्यू लाईफ  मल्टी स्पेस्लिटी अस्पताल में हुये अग्नि हादसे में 8 लोगों की मृत्यु एवं 5 लोगों के घायल होने की घटना में जांच पर अस्पताल डायरेक्टर, प्रोपाराईटर डॉ निशिंत गुप्ता, डॉ सुरेश पटैल, डॉ संजय पटेल एवं डॉ संतोष सोनी एवं सहायक मैनेजर राम सोनी के विरूद्ध थाना विजय नगर में धारा 304, 308, 34 भादवि  का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

फरार डॉक्टरों की सरगर्मी से पुलिस कर रही तलाश
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पुलिस अधीक्षक जबलपुर सिद्धार्थ बुहुगुणा के मार्गदर्शन में आरोपियों की गिरफ्तारी हेतु थाना प्रभारी विजय नगर संदीपका ठाकुर के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच एवं थाना स्टाफ  की  टीमें गठित कर लगायी गयी, गठित टीमों के द्वारा तलाश पतासाजी करते हुये एक आरोपी सहायक मैनेजर राम सोनी पिता महेन्द्र सोनी उम्र 29 वर्ष निवासी रामवार्ड पनागर को  गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल दाखिल कराया गया, वहीं फ रार डाक्टरों की  सरगर्मी से तलाश की जा रही थी।

मुखबिर की सूचना होटल से गिरफ्तार हुआ डॉक्टर
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दौरान तलाश के विश्वसनीय मुखबिर की सूचना पर फ रार डाक्टर संतोष सोनी की ताला उमरिया के होटल मे छिपे होने की सूचना पर दबिश देते हुये डॉ संतोष सोनी  उम्र 36 वर्ष निवासी महाराजपुर उधारताल को उमरिया पुलिस के सहयोग से अभिरक्षा मे लेकर थाना विजय नगर लाया गया एवं प्रकरण मे विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा मे जेल भेज दिया गया   शेष फ रार आरोपियों की सरगर्मी से तलाश जारी है। फ रार आरोपी डॉक्टर की पतासाजी करते हुये गिरफ्तार करने मे सहायक उप निरीक्षक मृदुलेश शर्मा, प्रधान आरक्षक शेष नारायण, रामसहाय कुशवाहा, मानस उपाध्याय, आरक्षक मुकेश परिहार, अनूप सिंह एवं थाना विजय नगर के सहायक उप निरीक्षक बेनी सिंह की सराहनीय भूमिका रही।

12 निजी अस्पतालों का पंजीयन निरस्त.

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय ने फायर एनओसी और अन्य मापदंडों को पूरा नहीं करने वाले शहर के 12 निजी अस्पतालों का पंजीयन निरस्त कर दिया है । इन निजी अस्पतालों में जगदीश चिल्ड्रल हॉस्पिटल, जीवन ज्योति हॉस्पिटल (डॉ. ए.के.जैन), प्राची नर्सिंग होम, कुमार हॉस्पिटल (डॉ. कपिल कुमार ), स्टार हॉस्पिटल,  निर्मल हॉस्पिटल, शाफिया हॉस्पिटल, अभिनंदन हॉस्पिटल, आदर्श हॉस्पिटल,  कामाख्या हॉस्पिटल एवं सरकार हॉस्पिटल शामिल है ।

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