हमारा इंडिया न्यूज (हर पल हर खबर) मध्यप्रदेश/जबलपुर। सनातन धर्मावलंबियों किसी भी कपोल, कल्पित और आधी अधूरी जानकारी से भ्रमित ना हो, पूर्ण उल्लास एवं आनंद के साथ संपूर्ण दिन का पर्व रक्षाबंधन श्रावणी मनाएं। श्री आचार्य परिषद् के महामंत्री पंडित श्रवण शास्त्री ने बताया कि 11 अगस्त 2022 की पूर्णिमा को संपूर्ण दिन चंद्रमा मकर राशि में रहेगा, एवं चंद्रमा के मकर राशि में होने से भद्रा का वास इस दिन पाताल लोक में रहेगा। पाताल लोक में भद्रा के रहने से यह शुभ फ लदायी रहेगी।। इसलिए पूरे दिन सभी लोग अपनी सुविधा के अनुसार अच्छे चौघडि़ और होरा के अनुसार राखी बांधकर त्यौहार मना सकते हैं।
पंडि़त श्रवण कुमार शास्त्री ने बताया कि मुहुत्र्त चिन्तामणि, निर्णय सिंधु ज्योतिष शास्त्रानुसार जब चंद्रमा कर्क, सिंह, कुंभ या मीन राशि में होता है, तब भद्रा का वास पृथ्वी पर होता है, चंद्रमा जब मेष, वृष, मिथुन या वृश्चिक में रहता है, तब भद्रा का वास स्वर्गलोक में रहता है। कन्या, तुला, धनु या मकर राशि में चंद्रमा के स्थित होने पर भद्रा पाताल लोक में होती है।
पूर्णिमा तिथि लगने के उपरांत मनाएं रक्षाबंधन
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श्रवण कुमार शास्त्री के अनुसार भद्रा जिस लोक में रहती है, वही प्रभावी रहती है, इस प्रकार जब चंद्रमा कर्क, सिंह, कुंभ या मीन राशि में होगा, तभी वह पृथ्वी पर असर करेगी अन्यथा नहीं, जब भद्रा स्वर्ग या पाताल लोक में होगी, तब वह शुभ फ लदायी कहलाएगी, 11 अगस्त को 11:38 प्रात:काल में पूर्णिमा तिथि लगने के उपरांत ही रक्षाबंधन मनाया जाएगा। शास्त्रों के अनुसार भद्रा का पाताल लोक, नागलोक में वास शुभ फ लदायी होता है।
पूर्णिमा तिथि लगने के उपरांत मनाएं रक्षाबंधन
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श्रवण कुमार शास्त्री के अनुसार भद्रा जिस लोक में रहती है, वही प्रभावी रहती है, इस प्रकार जब चंद्रमा कर्क, सिंह, कुंभ या मीन राशि में होगा, तभी वह पृथ्वी पर असर करेगी अन्यथा नहीं, जब भद्रा स्वर्ग या पाताल लोक में होगी, तब वह शुभ फ लदायी कहलाएगी, 11 अगस्त को 11:38 प्रात:काल में पूर्णिमा तिथि लगने के उपरांत ही रक्षाबंधन मनाया जाएगा। शास्त्रों के अनुसार भद्रा का पाताल लोक, नागलोक में वास शुभ फ लदायी होता है।
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